नींद में भय एवं खराब स्वप्न निवारण यंत्र
यदि किसी बच्चे या बड़े व्यक्ति को नींद में डर लगता हो या बेचेनी और घबराहट होति हो तो इस यंत्र का उपयोग लाभदायक रहता है।
यंत्र को मंगलवार या पुष्य नक्षत्र के दिन चौकोर भोजपत्र के ऊपर चमेली की कलम से अष्टगंधा की स्याही को प्रयुक्त करते हुए तैयार करें। कुल १०९ यंत्र बनावें जिसमें से १०८ यंत्रों को धूप-दीप से पूजाकर किसी बहती नदी या कुएं में विसर्जित कर दें। शेष बचे हुए एक यंत्र को पूजा स्थल पर रखें। अपनी लम्बाई का कच्चा सूत या मोली लेकर उसको पाँच बार मोड़कर बत्ती बनावें। दीपक में तिल का तेल भरकर इस बत्ती को रखें तथा यंत्र के सामने प्रज्जवलित करें। १०८ बार हनुमान अष्टक का पाठ करें तदुपरान्त भोजपत्र पर बने हुए यंत्र को तांबे के ताबीज में रखकर गले में धारण करें।
यंत्र को मंगलवार या पुष्य नक्षत्र के दिन चौकोर भोजपत्र के ऊपर चमेली की कलम से अष्टगंधा की स्याही को प्रयुक्त करते हुए तैयार करें। कुल १०९ यंत्र बनावें जिसमें से १०८ यंत्रों को धूप-दीप से पूजाकर किसी बहती नदी या कुएं में विसर्जित कर दें। शेष बचे हुए एक यंत्र को पूजा स्थल पर रखें। अपनी लम्बाई का कच्चा सूत या मोली लेकर उसको पाँच बार मोड़कर बत्ती बनावें। दीपक में तिल का तेल भरकर इस बत्ती को रखें तथा यंत्र के सामने प्रज्जवलित करें। १०८ बार हनुमान अष्टक का पाठ करें तदुपरान्त भोजपत्र पर बने हुए यंत्र को तांबे के ताबीज में रखकर गले में धारण करें।
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