Saturday, December 10, 2011

Dattatreya Mantras - दत्तात्रेय मंत्र

Dattatreya Mantras - दत्तात्रेय  मंत्र

Dattatreya is in the Hindu religion the incarnation of Brahma, Vishnu and Mahesh, the Hindu trinity of the Creator, the Protector and the Destroyer. He has the combined qualities of all the three divine forces.
Dattatreya is widely worshipped by Hindus all over India.

These are some of the mantras recited in praise of


Om Guru Datta Namo Namaha ll
ॐ गुरु दत्ता नमो नमः ll 
 
Anushtubh Mantra
Dattatreya Hare Krushna unmattananddayak
Digambar mune bal pishach dnyansagar
दत्‍तात्रेय हरे कृष्‍ण उन्‍मत्‍तानन्‍ददायक
दिगंबर मुने बाल पिशाच ज्ञानसागर ll

Vedic Mantras
Om Aaam Hreem Krom Ehi Dattatreya Swaaha ll
ॐ आं ह्रीं क्रों एहि दत्‍तात्रेयाय स्‍वाहा ll
 
Om aim krom klim klum rham rhim rhum souhou Dattatreyay Swaaha ll
ॐ ऐं क्रों क्‍लीं क्‍लूं ह्रां ह्रीं ह्रूं सौ: दत्‍तात्रेयाय स्‍वाहा ll

Gayatri Mantras
ॐ द्रां ह्रीं क्रो ॐ
दत्तात्रेया विद्महे
योगीश्‍राय् धीमही
तन्नो दत: प्रचोदयात् ll
Om Dram hreem krom
Dattatreya vidmahe
Yogishwaraya dhimahi
Tanno data prachodayat ll

Om digambaraya vidmahe
Yogishwaraya dhimahi
Tanno data prachodayat ll
ॐ दिगंबराय विद्महे
योगीश्‍राय् धीमही
तन्नो दत: प्रचोदयात् ll

Om Dattatreya vidmahe
Digambaraya dhimahi
Tanno data prachodayat ll
ॐ दत्तात्रेया विद्महे ,
दिगंबराय धीमही
तन्नो दत: प्रचोदयात् ll

Om Dattatreya vidmahe
Avdootaya dhimahi
Tanno data prachodayat ll
ॐ दत्‍तात्रेयाय विद्महे
अवधूताय धीमहि
तन्‍नो दत्‍त: प्रचोदयात्‌ ll

Om Dattatreya Vidmahe
Atri putraaya dhimahi
Thanno Datta prachodayat ll
ॐ दत्‍तात्रेयाय विद्महे l
अत्री पुत्राय धीमहि
तन्‍नो दत्‍त: प्रचोदयात्‌ ll


Chandra Grahan - Lunar Eclipse - 10 दिसम्बर 2011 (शनिवार) को अंतिम चन्द्र ग्रहण

10 दिसम्बर 2011 (शनिवार) को इस वर्ष का अंतिम चन्द्र ग्रहण है ,यह भारत सहित आधी दुनिया में देखा जा सकेगा,ग्रहण की अवधि 3 घंटे 33 मिनट तक रहेगी जो की शाम 6 बजकर 15 मिनट से शुरू होकर रात्रि 9 बजकर 48 मिनट तक रहेगा । चन्द्र ग्रहण में ग्रहण से पहले 3 प्रहर तक वेध होता है ।

* ग्रहण का सूतक 10 दिसम्बर 2011 को प्रात: 09 बजकर 15 से शुरू हो जायेगा ।
* इस बार चन्द्र ग्रहण रोहणी और मृगशिरा नक्षत्र तथा वृष राशि पर घटित हो रहा है ।

इन 12 राशियों पर यह रहेगा प्रभाव----
मेष–धन हानि, घर में कलह-क्लेश का सामना करना पड़ सकता है
वृष–घात, इन जातकों को शारीरिक कष्ट का सामना करना पड़ सकता है
मिथुन–हानि,धन हानि हो सकती है. लाभ में कमी बनी रह सकती है.
कर्क—लाभ,यह ग्रहण उनके लिए धन लाभ देने वाला है
सिंह–सुख,गुप्त चिन्ता बनी रह सकती है
कन्या–अपमान,सतर्क रहना चाहिए, क्योंकि उन्हें अपमान का सामना करना पड़ सकता है.
तुला–सुख की प्राप्ति होगी. गुप्त रुप से लाभ में वृद्धि होगी
वृश्चिक–स्त्री-पति दोनों को कष्ट,घर में कलह अथवा जीवनसाथी का स्वास्थ्य चिन्ता का विषय बन सकता है
धन–सुख मिले,शारीरिक रोगों का सामना करना पड़ सकता है.
मकर–चिंता संतान से कष्ट अथवा संतान को कष्ट हो सकता है.
कुम्भ–सभी मनोरथ पूर्ण होने की संभावना
मीन– धन का लाभ हो! यह ग्रहण शुभफलदायी रहेगा. इन्हें धन लाभ होगा.

ग्रहण काल में क्या करे क्या न करे

* खाने के सामान में तुलसी के पत्ते या कुषा डालने से ग्रहण के प्रभाव से मुक्ति व सुरक्षा होती है।
* ग्रहण काल में पवित्र नदियों के जल से स्नानादि करके अपने इष्टदेव की पूजा- पाठ व मंत्रो का जप करना चाहिए क्योंकि ग्रहण काल में किया गया पूजा- पाठ व मंत्रो का जाप से अनंत गुना फल मिलता है ।
*ग्रहण काल में अनावश्यक खाना-पीना, मैथुन, निद्रा आदि वर्जित माना गया है।
* ग्रहण काल में मंत्रों द्वारा सिद्धि प्राप्त की जा सकती है ।
* चन्द्र ग्रहण के उपरांत दूध , चावल , सफ़ेद वस्त्र और दक्षिणा आदि का दान करना चहिये।
* किसी भी ग्रहण काल में गर्भवती महिलाओं को सब्जी काटना , वस्त्र की सिलाई करना व कोई भी उतेजित कार्य नहीं करना चाहिए, गर्भवती महिलाओं को ग्रहण काल में धार्मिक ग्रंथो का पाठ या वैदिक मंत्रो का जाप करना चाहिए ऐसा करने से उनकी होने वाली सन्तान स्वस्थ व दीर्घायु होती है ।
* किसी भी ग्रहण काल में देव प्रतिमा का स्पर्श नहीं करना चाहिए ।
* ग्रहण काल के बाद स्नान कर स्वच्छ वस्त्र धारण करें और अपने सभी घरो में गंगाजल छिडक कर घर को शुद्ध करे ,


"भाग्यं फलति सर्वत्र न विधा न च पौरूषम शुराग कृ्त विद्याश्च:,वने तिष्ठंति मे सुता: "

मै राशियों के अनुसार फल नहीं लिखता हूँ क्योंकि १ ही राशी में लाखों लोग होते है और सभी अपने अच्छे-बुरे कर्मो के अनुसार लाभ-हानी प्राप्त करते है , समस्त जगत को चन्द्र देव शीतलता प्रदान करते है और हम सभी को चन्द्र देव की पूजा आराधना करनी चाहिए

इस सदी का दुर्लभ संयोग इस वर्ष  में हुए  सात ग्रहण

इस मास सूर्यग्रहण(25 नवंबर) के बाद 10 दिसंबर को होने वाला चंद्रग्रहण इस माएने में ऐतिहासिक होगा कि यह साल का 7 वां ग्रहण होगा। हजारों साल में ऐसा दुर्लभ संयोग बनता है जब एक वर्ष में अधिकतम 7 ग्रहण होते हैं।
खगोलविदें के अनुसार ग्रहण तो हर साल होते हैं लेकिन इस बार आश्चर्य की बात यह है कि एक वर्ष के अंदर ही 7 ग्रहण होने जा रहे हैं जो एक दुर्लभ संयोग है। सामान्य तौर पर एक वर्ष की अवधि(365 दिन) में चार या पांच ग्रहण होते हैं। 7 ग्रहण अधिकतम होते हैं जो कभी-कभी ही होते हैं। इस सदी की यह पहली घटना होगी जब 21 दिसंबर 2010 से 10 दिसंबर 2011 के बीच 7 ग्रहण होंगे।

कब-कब हुए ग्रहण?

- 21 दिसंबर 2010 को खग्रास चंद्रग्रहण हुआ। यह भारत में नहीं दिखाई दिया।

- 4 जनवरी 2011 को खंड सूर्यग्रहण हुआ जो केवल पश्चिमोत्तर भारत में दिखा।

- 1 जून 2011 को खंड सूर्यग्रहण उत्तरी ध्रुव पर आर्कटिका महासागर में दिखाई दिया।

- 15-16 जून 2011 को खग्रास चंद्रग्रहण भारत में देखा गया।

- 1 जुलाई 2011 को खंड सूर्य ग्रहण दक्षिण प्रशांत महासागर में देखा गया।

- 25 नवंबर 2011 को खंड सूर्यग्रहण दक्षिणी ध्रुव, अंटार्कटिका महाद्वीप पर दिखाई देगा।

- 10 दिसंबर 2011 को खग्रास चंद्रग्रहण भारत में देखा जा सकेगा।

ग्रहण से जुड़ी अन्य रोचक जानकारी

- ग्रहण 15-15 दिनों की अवधि में दो ही होते हैं, जिनमें एक सूर्य और एक चंद्रग्रहण होता है।

- इस साल (2011) 1 जून से 1 जुलाई के बीच तीन ग्रहण हुए। इनमें दो खंड और एक खग्रास हुआ। यह भी एक असामान्य घटना है।

- इस वर्ष पृथ्वी के दोनों ध्रुवों(उत्तरी व दक्षिणी) पर लगभग 6 माह की अवधि में खंड सूर्यग्रहण हुए हैं।

- इस साल चार खंड सूर्यग्रहण तथा तीन खग्रास चंद्रग्रहण हुए।


Khagraas Chandra Grahan I Lunar Eclipse 2011 | Effects of Chandra Grahan | Chandra Grahan in December 2011 - खग्रास चन्द्र ग्रहण I लूनर एक्लिप्से (दिसम्बर) २०११

Khagraas Chandra Grahan I Lunar Eclipse 2011 | Effects of Chandra Grahan | Chandra Grahan in December 2011




Khagraas Chandra Grahan (Lunar eclipse) will occur in India on 10th December, 2011 which is a Saturday. The duration of the Grahan will be 3 hours and 33 minutes from 6:15 to 9:48 PM. In India, Moon will rise in the evening between 4:30 to 5:45 p.m before the eclipse. Other than India, Khagraas Lunar Eclipse will also be seen in Africa, Europe, Middle-east Asia, Australia, North America, Greenland, East Canada and Artic.

Duration of the Eclipse - According to India Time

Beginning of the Grahan : 18:15 hours
Commencement of Khagraas : 19:36 hours
Paramgraas : 20:02 hours
End of Khagraas : 20:28 hours 
End of Grahan : 21:48 hours 
Commencement of Chandra Malin - 17:02 hours
Commencement of Chandra Kranti Nirmal -  23:02 hours 

Sutak Kal of the Grahan

Khagraas Chandra Grahan will be seen on 10th December, 2011. The sutak kal of this Grahan will commence at 09:15 in the morning.

Things that should not be done during the Grahan

Hindu scriptures have mentioned about a few things and activities that should be or should not be performed during the Grahan. Pregnant ladies should not use knives at all to cut vegetables and fruits. They should avoid sex, consumption of meat and alcohol. Pregnant ladies are also advised to stay away from stimulating products. 

Things should be done during the Grahan

During the Grahan, people should worship their deity after taking a bath and also worship Chandra dev during the Grahan while chanting mantras. People should perform religious activities like chanting vedic mantras etc. as per their faith. During the period of Grahan, food, water, money, clothes, fruits etc. should be donated as per one’s potency. It is very auspicious to take a holy bath on this day in holy places like Prayag, Haridwar, Banaras etc.

As per the Dharmasindhu, a holy bath should be taken during the Grahan kal followed by performing homas and worshipping God at the mid phase of the Grahan. At the time of the Grahan Moksha, shraddh should be performed for the pitras. A bath should be taken once the Grahan ends completely. It is advisable to perform all these rituals in the same procedure as mentioned above.

Effect of the Grahan on Different Zodiac Signs

Khagraas Chandra Grahan will have different effects on different zodiac signs. Moon will be transiting in Taurus sign in Rohini and Mrigasheera Nakshatra. People should perform homas and charity during this period. The effects of the Grahan can be seen for the next 15 days. The effects of the Khagraas Chandra Grahan on zodiac signs are as follows :

Effect of Lunar Eclipse on Aries

Aries people might have to face loss of money and respect.  Discord at home and loss in the pleasure of home or comfort of mother.

Effect of Lunar Eclipse on Taurus

For Taurus natives, Chandra Grahan falls in your own sign. This indicates loss of health, injury and physical discomfort.

Effect of Lunar Eclipse on Gemini

Gemini natives may have to face loss of wealth, benefits and increase in unexpected expenses. The income will be low, but the expenses will be high. 

Effect of Lunar Eclipse on Cancer

Cancer natives should not get disappointed, since this Grahan indicates gain of wealth. They might experience unexpected gains. 

Effect of Lunar Eclipse on Leo

Leo natives will be surrounded by secret worries. They should share their worries with other people to get relief from stress. 

Effect of Lunar Eclipse on Virgo

Virgo natives are advised to be cautious, since they may have to face humiliation. They might suffer from fear of enemies.

Effect of Lunar Eclipse on Libra

Libra natives will  attain happiness. Unexpected gains can be seen and obstacles will be removed from the path.

Effect of Lunar Eclipse on Scorpio

Scorpio natives will have to face troubles during the Grahan. The effects of this Grahan may bring problems in the marital life. Disharmony in the house and health of the spouse may be a matter of concern.

Effect of Lunar Eclipse on Sagittarius

Sagittarius Natives may have to suffer from physical discomforts, resulting in disappointment. 

Effect of Lunar Eclipse on Capricorn

Capricorn natives will have to face troubles concerning children. Children may suffer from certain problems. They are advised to act cautiously in every field, since they are prone to suffer from loss of respect.

Effect of Lunar Eclipse on Aquarius

Aquarius natives may get all wishes fulfilled. All the hopes will be served.

Effect of Lunar Eclipse on Pisces

The Grahan will brings benefits for Pisces natives. Gain in wealth and pleasure from siblings are expected during this phase.


Friday, December 2, 2011

Mala Blessing - माला पूजन और उनका आशीर्वाद


 Mala Blessing


Translation:
OM this mala of mine, Great Maya, She who knows the limits of time and space, you who contain all energy, the shakti of our existence and cosmic creation.

Bring me revelation of how I may lead this whole life.
OM remover of obstacles, mala of my lineage, you I hold in my right hand and perform japa (recitation of divine names).
At this time, be pleased with me; allow me to attain your ultimate grace.

Listen to the mantra:

This mantra is used to bless and establish the energy of intentionality within one's mala or rosary. Used for repetition of the divine names, also known as japa, the mala is an important tool in the spiritual toolkit.

By performing japa and utilizing mantra, one taps into the spiritual science of sound. For more on this, check out our blog

We utilize this mantra in community prior to meditation and puja. You may find that it helps ready the mind for the work of going inward, providing a good starting place for the spiritual journey.

Use this mantra in your daily practice to facilitate your work with the divine names, prayer, and focusing prior to beginning ritual work with a mala.