Wednesday, June 15, 2011

15 जून 21वीं सदी का अभूतपूर्व और अद्ïभुत चंद्र ग्रहण - Chandra Grahan 2011

15 जून 21वीं सदी का अभूतपूर्व और अद्ïभुत चंद्र ग्रहण
300 साल के बाद 30 दिन में 3 ग्रहण का दुर्लभ संजोग

जून को सूर्य ग्रहण
  15 जून को चंद्र ग्रहण
1 जुलाई पुन: सूर्य ग्रहण
ज्येष्ठï मास शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा का विशेष महत्व
क्योंकि ज्येष्ठïा नक्षत्र, वृश्चिक राशि पर ग्रहण का स्पर्श
मूल नक्षत्र और धनु राशि पर खग्रास चंद्र ग्रहण का समापन
ग्रहण प्रारंभ बुधवार रात्रि 11:53 मिनट पर
खग्रास चंद्र ग्रहण प्रारंभ 12:52 मिनट पर
पूर्ण खग्रास 15 जून रात्रि 1:43 मिनट पर
खग्रास समाप्त 2:33 मिनट पर
ग्रहण की समाप्ति 3:33 मिनट पर

चंद्र ग्रहण कहां-कहां देखा जा सकेगा
भारत, साऊदी अरब, आस्ट्रेलिया, दक्षिणी अमेरिका, अफ्रीका, यूरोप, मध्य पूर्वी एशिया, दक्षिण-पश्चिम प्रशांत महासागर और उत्तर पूर्व रूस में दिखाई देगा

चंद्र ग्रहण का सूतक विचार
इस ग्रहण का सूतक 15 जून 2011 को दोपहर 2:52 मिनट से प्रारंभ हो जाएगा।

ग्रहण काल तथा बाद मेें करने योग्य कार्य
ग्रहण से पूर्व पवित्र जल से स्नान कर मंत्र जाप, पाठ एवं ध्यान करना अति शुभ रहेगा।
ग्रहण समाप्ति के बाद पुन: पवित्र जल से स्नान अवश्य करना चाहिए।
स्नान के उपरांत ग्रहण समाप्ति के बाद किये गए मंत्रों दशांश, हवन और यज्ञ एवं राशि अनुसार दान अवश्य करें।
15 जून को सूर्यास्त के बाद दान देने योग्य वस्तुओं का संग्रह करके संकल्प कर लेना चाहिए।

कुंभ लग्न में ग्रहण
  • कुंभ लग्न का स्वामी शनि
  • शनि से आठ के आठ ग्रहों का संबंध
  • बृहस्पति का षडाष्टïक संबंध
  • मंगल और केतु का नवम पंचम संबंध
  • सूर्य और बुध का चर्तुदशम संबंध
  • राहु और चंद्रमा का त्रिएकादश संबंध
  • खगोल की अविस्मरणीय घटना
  • साधना, पूजा-पाठ, मंत्र जाप और दान के लिए अति अनमोल समय
  • बरसेगा धन
  • मिलेगा आपको मान-सम्मान
  • परिवार में होगा अमन और चैन
  • अपनों का पूर्ण सहयोग प्राप्त होगा
  • संतान को मिलेगी सफलता
  • घर आएगी मां-लक्ष्मी
  • ऋण और रोग से मिलेगा छुटकारा
  • दांपत्य सुख में कमी होगी
  • अध्यात्म साधनाओं का मिलेगा लाभ
  • धर्म में बढ़ेगी रूचि
  • बुजुर्गों का मिलेगा आशीर्वाद
  • व्यापार में होगी वृद्घि
  • आर्थिक पक्ष सुदृढ़ होगा।
  • दुर्घटनाओं से पीछा छुटेगा
  • क्योंकि यह चंद्र ग्रहण खास है।
  • पूजा प्रारंभ की समस्त सामग्री सूर्यास्त से पहले ही घर में मंगवाकर रख लें। पूजा सामग्री में कुशा अवश्य रखें।
इस अभूतपूर्व और अविस्मरणीय चंद्र ग्रहण पर द्वादश राशियों के लोग क्या पूजा करें कि संपूर्ण मनोकामना की पूर्ति हो

मेष राशि
किसी लाल कपड़े में बूंदी के आठ लड्डïू बांध लें। इसके पश्चात इस मिठाई वाले कपड़े को अपने सामने रखकर घी का दीपक जला लें तथा वहीें बैठ कर संकट मोचन स्तोत्र का पाठ करें। पाठ के पश्चात गरीब असहाय या गाय को अपने हाथ से लड्डïू खिला दें।

 वृष राशि
 सवा किलो चावल सफेद कपड़े में बांधकर अपने सामने रख लें तथा घी का दीपक जला कर अपने इष्टïदेव का ध्यान करें। उसके बाद पाशुपत स्तोत्र का पाठ करें  इस चावल को पक्षियों को चुगने हेतु डाल दें।

मिथुन राशि
भीगे हुए मूंग 250 ग्राम एवं 11 इलायची अपने सामने रख लें। घी का दीपक जला कर इष्टïदेव का ध्यान करें। इसके पश्चात ú नमो प्रीं पीताम्बराय नम:॥  मंत्र का 108 बार जाप कर इसके साथ ही सिद्ध कुंजिका स्तोत्र का पाठ करें। यह सामग्री किसी गाय को खिला दें।

कर्क राशि  
कर्क राशि पर ग्रहण होने पर सफेद कपड़े में चावल, मिश्री तथा चाँदी का छोटा सा टुकड़ा या तार रख कर पोटली बना लें। इस पोटली को अपने सामने रखकर घी का दीपक जला लें तथा ú स्त्रां स्त्रीं स्त्रौं सह चन्द्रमसे नम:॥  मंत्र की एक माला जाप करें। मंत्रजाप के पश्चात यह सामग्री किसी शिव मंदिर में या किसी जरूरतमंद व्यक्ति को दान कर दें।

सिंह राशि
सिंह राशि पर ग्रहण पडऩे से गेहूं, तांबे के पात्र में भरकर उसके ऊपर थोड़ा सा गुड़ एवं लाल चंदन का एक टुकड़ा रख लें। अब सूर्यदेव को प्रणाम कर घी का एक दीपक जला लें। उसके पश्चात ú क्लीं ब्रह्मïणे जगदाधाराय नम:॥  मंत्र का 108 बार जाप करें। मंत्र जाप पूरा होने के बाद किसी जरूरतमंद व्यक्ति को यह सारी सामग्री ताम्रपात्र सहित दान कर दें।

कन्या राशि
गायों को हरा चारा डालें। घी का दीपक जला कर ú ऐं ह्रïीं क्लीं चामुण्डाय विच्चे॥ मंत्र की एक माला जाप करें।

तुला राशि 
कटोरे में दही लेकर अपने सामने  रख लें। कपूर की टिकिया एवं घी का दीपक जला लें। अपने इष्टïदेव का ध्यान कर महामृत्युंजय मंत्र की एक माला जाप करें। इसके साथ ही एक माला - ú गोपालाय उत्तर ध्वजाय नम:॥ मंत्र का जाप के पश्चात दही से भरा हुआ कटोरा किसी जरूरतमंद को दान कर देें।

वृश्चिक राशि
लाल कपड़े में मसूर की दाल एवं गुड़ बांधकर अपने सामने रख लें तथा घी का दीपक जलाकर अपने इष्टïदेव का ध्यान करे तथा ú ह्रïीं श्रीं लक्ष्मीनारायण नम: मंत्र का 3 माला जाप करे। उसके पश्चात 1 माला सर्व मङ्गïल माङ्गïल्ये शिवे सर्वार्थ साधिके। शरण्ये त्र्यम्बिके गौरि नारायणी नमोस्तुते॥ मंत्र का जाप करें। मंत्र जाप पूरा होने के पश्चात यह सम्पूर्ण सामग्री किसी जरूरतमंद व्यक्ति को दान कर दें।

धनु राशि
सवा किलो चने की दाल, सवा किलो गुड़ और एक पपीता पीले वस्त्र पर अपने सामने रख दें। घी का दीपक जला दें। बृहस्पति के बीज मंत्र का 11 माला जाप करें। तत्पश्चात यह सामग्री किसी जरूरतमंद व्यक्ति को दान कर दें।

मकर राशि
मिट्टïी के कुल्हड़ में सवा किलो मशरुम भर दें। नीले कपड़े से बांध दें। मंगलकारी शनि मंत्र का जाप करें उसके बाद उसे शिव मंदिर में रख आएं।

कुम्भ राशि
सवा पांच किलो उड़द को पीसवाकर लड्डïू बनाकर काले कपड़े में अपने सामने रख दें। तेल का दीपक जलाएं, पांच पाठ दशरथकृत शनि स्तोत्र का करें फिर उन लड्डïूओं को जहाँ मछलियां हो वहाँ डाल दें।

 मीन राशि
11 हल्दी की साबूत गांठ, एक पीला पपीता, स्वेच्छानुसार दक्षिणा पीले कपड़े में अपने सामने रख लें। घी का दीपक जला कर पांच पाठ सिद्ध कुजिका स्तोत्र का करें। तत्पश्चात किसी जरूरतमंद व्यक्ति को दे दें।

ग्रहण के दिन किया जाने वाला अभूतपूर्व, कल्याणकारी तत्क्षण फल देने वाला दान

मेष राशि
लाल चंदन, मसूर की दाल, गुड़, गुड़ वाले परांठे या मीठे चावल और लाल व किसी सज्जन पुरुष या जरूरतमंद को दान देना बहुत ही हितकर होता है। 

वृषभ राशि
घी, दही, कपूर, अदरक, गौदान आदि करने से शुक्रजन्य रोग-व्याधि बाधाएं दूर होती हैं।

मिथुन राशि
बुध से संबधित वस्तुएं, जैसे - हरे कपड़े, हरी सब्जियां, साबूत मूंग, इलायची, हरे पुष्प आदि किसी सज्जन पुरूष को श्रद्धापूर्वक भोजन करवा कर उचित दान-दक्षिणा सहित दें, लाभ मिलेगा।

कर्क राशि
चन्द्रमा की वस्तुओं का दान करें, जैसे - दही, चावल, सफेद व, सफेद चंदन, चीनी आदि का दान दें। अवश्य लाभ मिलेगा।

सिंह राशि
सूर्य से संबंधित दान की वस्तुएं, जैसे - लाल व, गेहूं, लाल चंदन, बछड़े सहित लाल गाय, माणिक्य, तांबे के बर्तन, नारियल एवं लाल फल सहित किसी सुपात्र या जरूरतमंद व्यक्ति को भोजन कराकर इन वस्तुओं का दान देने से सूर्य के अनुकूल फल की प्राप्ति में सुगमता आती है।

कन्या राशि
बुध से संबधित वस्तुएं, जैसे - हरे कपड़े, हरी सब्जियां, साबूत मूंग, इलायची, हरे पुष्प आदि किसी सज्जन पुरुष को श्रद्धापूर्वक भोजन करवा कर उचित दान-दक्षिणा सहित दें, लाभ मिलेगा।

तुला राशि
घी, दही, कपूर, अदरक, गौदान आदि करने से शुक्रजन्य रोग-व्याधि बाधाएं दूर होती हैं।

वृश्चिक राशि
लाल चंदन, मसूर की दाल, गुड़, गुड़ वाले परांठे या मीठे चावल और लाल व किसी सज्जन पुरुष या जरूरतमंद को दान देना बहुत ही हितकर होता है।

धनु राशि
बृहस्पति की वस्तुएं दान करना हितकारी रहेगा। जैसे पीले चावल, चने की दाल, शहद, पीले व, पपीता, पीले फल, पीले लड्डू और केसर आदि किसी सज्जन पुरूश को दान कर दें, लाभ मिलेगा।

मकर राशि
काले तिल, उड़द, लोहा, तेल, काला वस्त्र, ऊन, कुलथी दान दें। संपूर्ण मनोकामना पूरी होगी

कुंभ राशि
 श्रद्घानुसार जौ, देसी चने, गुड़, नीले पुष्प, जूता, छाता, कस्तूरी आदि श्रद्घानुसार दान करने से लाभ प्राप्त होगा।

मीन राशि
बृहस्पति की वस्तुएं भी दान करना हितकारी रहेगा। शहद, पीले व पपीता, पीले फल, पीले लड्डू और केसर आदि किसी सज्जन पुरूष को दान कर दें, लाभ मिलेगा।

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